Hindi Department
हिंदी विभाग
“निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।"
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
इतिहास -
राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी (चम्पावत) का हिन्दी विभाग कॉलेज के सबसे महत्त्वपूर्ण और प्रतिष्ठित विभागों में से एक है। 2016 में जब कॉलेज की स्थापना हुई है, तत्समय से महाविद्यालय में स्नातक बी॰ ए॰ प्रोग्राम में हिन्दी विषय के शिक्षण की व्यवस्था की गयी है। जिसके अन्तर्गत भाषा और साहित्य शिक्षण खासकर हिन्दी जैसे विषयों के अध्ययन का अमोड़ी क्षेत्र व अमोड़ी के आस पास के दूर दराज के लड़के/लड़कियों को शिक्षा के माध्यम से एक स्वस्थ्य, प्रतियोगी माहौल देना है और एक संवेदनशील नागरिक बनाना है और इस उद्देश्य को पाने में आज भी यह कॉलेज अपनी चुनौतीपूर्ण भूमिका के साथ प्रयत्नशील है।
छात्रों के लिए स्कोप
हिंदी विभाग स्नातक स्तर अनेक विकल्पों में बी॰ ए॰ प्रोग्राम का संचालन करता है, जिससे छात्र/छात्राओं को हिंदी साहित्य के साथ-साथ रंगमंच, अनुवाद, भाषाविज्ञान, जनसंचार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने और रोजगारोन्मुख होने में काफी मदद मिलती है। हिंदी साहित्य के अध्ययन से आज की युवा पीढ़ी समाजोन्मुख और संवेदनशील तो बनती ही है साथ ही उनके व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण में भी यह महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे अनेक पूर्व छात्र छात्राएं अकादमिक (स्कूल एवं महाविद्यालय) जगत के साथ साथ मीडिया, रंगमंच, प्रशासनिक, साहित्यिक और कॉरपोरेट सेक्टर में कार्यरत हैं।
छात्र संवर्धन कार्यक्रम / गतिविधियाँ
➡️कक्षा सेमिनार, समूह चर्चा, भाषण प्रस्तुति
➡️पाठ्यक्रमों के लिए अतिथि व्याख्याता
➡️पेपर पढना
➡️भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं
➡️निबंध लेखन
➡️पोस्टर तैयारी और प्रस्तुति
➡️प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
➡️शैक्षिक भ्रमण- एक दिवसीय
➡️पाठ्यक्रम से संबंधित फिल्में और नाटक देखना
➡️स्वागत एवं विदाई समारोह
➡️सांस्कृतिक कार्यक्रम- शिक्षक दिवस
➡️शैक्षणिक उत्कृष्टता और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों के लिए विभाग के संकाय सदस्यों से पुरस्कार।
अपनाई गई शिक्षण पद्धतियाँ
➡️व्याख्यान पद्धतियाँ
➡️आईसीटी का उपयोग- पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, हिंदी पर ऑडियो-वीडियो क्लिप
➡️आंतरिक मूल्यांकन के लिए टेस्ट और ट्यूटोरियल
➡️सेमिनार, कार्यशालाएं, पेपर वाचन
➡️सेमिनार/ समूह चर्चा – आईसीटी
➡️तत्काल / मौखिक प्रस्तुति
➡️व्यावहारिक / परियोजना और क्षेत्र दौरे
➡️कक्षा / गृह असाइनमेंट
➡️पाठ्यक्रम, संकाय, विभाग और संस्थान पर फीडबैक संग्रह।
विभाग का SWOC विश्लेषण: हिंदी
ताकत:
➡️विभाग उनके व्यावसायिक विकास के लिए कई छात्र-केंद्रित पाठ्यक्रम, सह-पाठ्यक्रम,
➡️पाठ्येतर और विस्तार गतिविधियों का आयोजन करता है।
➡️कॉलेज सभाओं, एनएसएस गतिविधियों, कॉलेज पत्रिका योगदान आदि में छात्रों का बड़ा योगदान।
➡️कॉलेज पुस्तकालय में पुस्तकों की अच्छी संख्या है।
➡️यूजी लिए पूरी तरह से योग्य संकाय
विभाग का विजन और मिशन
छात्र/छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए विभाग के द्वारा समय समय पर अनेक प्रकार की गोष्ठियों, कार्यशालाओं के साथ रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे वाद विवाद प्रतियोगिता, आशु भाषण प्रतियोगिता, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता ,नाटक प्रतियोगिता, काव्य पाठ एवं लेखन प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्र/छात्राओं की रचनात्मकता को उभारने के साथ-साथ देश दुनिया के प्रतिष्ठित विद्वानों/ हस्तियों के विचारों से अवगत करवाना और उन बौद्धिक परिस्थितियों का निर्माण करना है, जिससे आगे चलकर एक भूमंडलीय भारत को दिशा मिल सके। हिंदी विभाग वर्ष भर अनेक प्रकार के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। जिससे छात्र/छात्राएं लाभान्वित होते हैं।
विभाग की भविष्य की योजनाएँ:
➡️अधिक कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू करने पर ध्यान केंद्रित करना
➡️विभागीय पुस्तकालय शुरू करना तथा कई संसाधनों तक ई-पहुंच बढ़ाना
➡️राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों/एजेंसियों के साथ जुड़ना/जुड़ना
➡️संस्थागत और सामाजिक जिम्मेदारियों में छात्रों की भागीदारी बढ़ाना
➡️छात्रों को सक्षम बनाना, उनकी प्लेसमेंट योग्यता को मजबूत करना।
➡️ जनजातीय और ग्रामीण छात्रों को अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहायता करना।
विभागाध्यक्ष :
डॉ. अर्चना वर्मा
छात्र संवर्धन कार्यक्रम / गतिविधियाँ
➡️कक्षा सेमिनार, समूह चर्चा, भाषण प्रस्तुति
➡️पाठ्यक्रमों के लिए अतिथि व्याख्याता
➡️पेपर पढना
➡️भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं
➡️निबंध लेखन
➡️पोस्टर तैयारी और प्रस्तुति
➡️प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
➡️शैक्षिक भ्रमण- एक दिवसीय
➡️पाठ्यक्रम से संबंधित फिल्में और नाटक देखना
➡️स्वागत एवं विदाई समारोह
➡️सांस्कृतिक कार्यक्रम- शिक्षक दिवस
➡️शैक्षणिक उत्कृष्टता और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों के लिए विभाग के संकाय सदस्यों से पुरस्कार।
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हिंदी विभाग
“निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।"
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
इतिहास -
राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी (चम्पावत) का हिन्दी विभाग कॉलेज के सबसे महत्त्वपूर्ण और प्रतिष्ठित विभागों में से एक है। 2016 में जब कॉलेज की स्थापना हुई है, तत्समय से महाविद्यालय में स्नातक बी॰ ए॰ प्रोग्राम में हिन्दी विषय के शिक्षण की व्यवस्था की गयी है। जिसके अन्तर्गत भाषा और साहित्य शिक्षण खासकर हिन्दी जैसे विषयों के अध्ययन का अमोड़ी क्षेत्र व अमोड़ी के आस पास के दूर दराज के लड़के/लड़कियों को शिक्षा के माध्यम से एक स्वस्थ्य, प्रतियोगी माहौल देना है और एक संवेदनशील नागरिक बनाना है और इस उद्देश्य को पाने में आज भी यह कॉलेज अपनी चुनौतीपूर्ण भूमिका के साथ प्रयत्नशील है।
छात्रों के लिए स्कोप
हिंदी विभाग स्नातक स्तर अनेक विकल्पों में बी॰ ए॰ प्रोग्राम का संचालन करता है, जिससे छात्र/छात्राओं को हिंदी साहित्य के साथ-साथ रंगमंच, अनुवाद, भाषाविज्ञान, जनसंचार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने और रोजगारोन्मुख होने में काफी मदद मिलती है। हिंदी साहित्य के अध्ययन से आज की युवा पीढ़ी समाजोन्मुख और संवेदनशील तो बनती ही है साथ ही उनके व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण में भी यह महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे अनेक पूर्व छात्र छात्राएं अकादमिक (स्कूल एवं महाविद्यालय) जगत के साथ साथ मीडिया, रंगमंच, प्रशासनिक, साहित्यिक और कॉरपोरेट सेक्टर में कार्यरत हैं।
छात्र संवर्धन कार्यक्रम / गतिविधियाँ
➡️कक्षा सेमिनार, समूह चर्चा, भाषण प्रस्तुति
➡️पाठ्यक्रमों के लिए अतिथि व्याख्याता
➡️पेपर पढना
➡️भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं
➡️निबंध लेखन
➡️पोस्टर तैयारी और प्रस्तुति
➡️प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
➡️शैक्षिक भ्रमण- एक दिवसीय
➡️पाठ्यक्रम से संबंधित फिल्में और नाटक देखना
➡️स्वागत एवं विदाई समारोह
➡️सांस्कृतिक कार्यक्रम- शिक्षक दिवस
➡️शैक्षणिक उत्कृष्टता और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों के लिए विभाग के संकाय सदस्यों से पुरस्कार।
अपनाई गई शिक्षण पद्धतियाँ
➡️व्याख्यान पद्धतियाँ
➡️आईसीटी का उपयोग- पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, हिंदी पर ऑडियो-वीडियो क्लिप
➡️आंतरिक मूल्यांकन के लिए टेस्ट और ट्यूटोरियल
➡️सेमिनार, कार्यशालाएं, पेपर वाचन
➡️सेमिनार/ समूह चर्चा – आईसीटी
➡️तत्काल / मौखिक प्रस्तुति
➡️व्यावहारिक / परियोजना और क्षेत्र दौरे
➡️कक्षा / गृह असाइनमेंट
➡️पाठ्यक्रम, संकाय, विभाग और संस्थान पर फीडबैक संग्रह।
विभाग का SWOC विश्लेषण: हिंदी
ताकत: ➡️विभाग उनके व्यावसायिक विकास के लिए कई छात्र-केंद्रित पाठ्यक्रम, सह-पाठ्यक्रम,
➡️पाठ्येतर और विस्तार गतिविधियों का आयोजन करता है।
➡️कॉलेज सभाओं, एनएसएस गतिविधियों, कॉलेज पत्रिका योगदान आदि में छात्रों का बड़ा योगदान।
➡️कॉलेज पुस्तकालय में पुस्तकों की अच्छी संख्या है।
➡️यूजी लिए पूरी तरह से योग्य संकाय
विभाग का विजन और मिशन
छात्र/छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए विभाग के द्वारा समय समय पर अनेक प्रकार की गोष्ठियों, कार्यशालाओं के साथ रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे वाद विवाद प्रतियोगिता, आशु भाषण प्रतियोगिता, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता ,नाटक प्रतियोगिता, काव्य पाठ एवं लेखन प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्र/छात्राओं की रचनात्मकता को उभारने के साथ-साथ देश दुनिया के प्रतिष्ठित विद्वानों/ हस्तियों के विचारों से अवगत करवाना और उन बौद्धिक परिस्थितियों का निर्माण करना है, जिससे आगे चलकर एक भूमंडलीय भारत को दिशा मिल सके। हिंदी विभाग वर्ष भर अनेक प्रकार के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। जिससे छात्र/छात्राएं लाभान्वित होते हैं।
विभाग की भविष्य की योजनाएँ:
➡️अधिक कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू करने पर ध्यान केंद्रित करना
➡️विभागीय पुस्तकालय शुरू करना तथा कई संसाधनों तक ई-पहुंच बढ़ाना
➡️राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों/एजेंसियों के साथ जुड़ना/जुड़ना
➡️संस्थागत और सामाजिक जिम्मेदारियों में छात्रों की भागीदारी बढ़ाना
➡️छात्रों को सक्षम बनाना, उनकी प्लेसमेंट योग्यता को मजबूत करना।
➡️ जनजातीय और ग्रामीण छात्रों को अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहायता करना।
विभागाध्यक्ष : डॉ. अर्चना वर्मा
“निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।"
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
इतिहास -
राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी (चम्पावत) का हिन्दी विभाग कॉलेज के सबसे महत्त्वपूर्ण और प्रतिष्ठित विभागों में से एक है। 2016 में जब कॉलेज की स्थापना हुई है, तत्समय से महाविद्यालय में स्नातक बी॰ ए॰ प्रोग्राम में हिन्दी विषय के शिक्षण की व्यवस्था की गयी है। जिसके अन्तर्गत भाषा और साहित्य शिक्षण खासकर हिन्दी जैसे विषयों के अध्ययन का अमोड़ी क्षेत्र व अमोड़ी के आस पास के दूर दराज के लड़के/लड़कियों को शिक्षा के माध्यम से एक स्वस्थ्य, प्रतियोगी माहौल देना है और एक संवेदनशील नागरिक बनाना है और इस उद्देश्य को पाने में आज भी यह कॉलेज अपनी चुनौतीपूर्ण भूमिका के साथ प्रयत्नशील है।
छात्रों के लिए स्कोप
हिंदी विभाग स्नातक स्तर अनेक विकल्पों में बी॰ ए॰ प्रोग्राम का संचालन करता है, जिससे छात्र/छात्राओं को हिंदी साहित्य के साथ-साथ रंगमंच, अनुवाद, भाषाविज्ञान, जनसंचार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने और रोजगारोन्मुख होने में काफी मदद मिलती है। हिंदी साहित्य के अध्ययन से आज की युवा पीढ़ी समाजोन्मुख और संवेदनशील तो बनती ही है साथ ही उनके व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण में भी यह महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे अनेक पूर्व छात्र छात्राएं अकादमिक (स्कूल एवं महाविद्यालय) जगत के साथ साथ मीडिया, रंगमंच, प्रशासनिक, साहित्यिक और कॉरपोरेट सेक्टर में कार्यरत हैं।
छात्र संवर्धन कार्यक्रम / गतिविधियाँ
➡️कक्षा सेमिनार, समूह चर्चा, भाषण प्रस्तुति
➡️पाठ्यक्रमों के लिए अतिथि व्याख्याता
➡️पेपर पढना
➡️भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं
➡️निबंध लेखन
➡️पोस्टर तैयारी और प्रस्तुति
➡️प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
➡️शैक्षिक भ्रमण- एक दिवसीय
➡️पाठ्यक्रम से संबंधित फिल्में और नाटक देखना
➡️स्वागत एवं विदाई समारोह
➡️सांस्कृतिक कार्यक्रम- शिक्षक दिवस
➡️शैक्षणिक उत्कृष्टता और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों के लिए विभाग के संकाय सदस्यों से पुरस्कार।
अपनाई गई शिक्षण पद्धतियाँ
➡️व्याख्यान पद्धतियाँ
➡️आईसीटी का उपयोग- पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, हिंदी पर ऑडियो-वीडियो क्लिप
➡️आंतरिक मूल्यांकन के लिए टेस्ट और ट्यूटोरियल
➡️सेमिनार, कार्यशालाएं, पेपर वाचन
➡️सेमिनार/ समूह चर्चा – आईसीटी
➡️तत्काल / मौखिक प्रस्तुति
➡️व्यावहारिक / परियोजना और क्षेत्र दौरे
➡️कक्षा / गृह असाइनमेंट
➡️पाठ्यक्रम, संकाय, विभाग और संस्थान पर फीडबैक संग्रह।
विभाग का SWOC विश्लेषण: हिंदी
ताकत: ➡️विभाग उनके व्यावसायिक विकास के लिए कई छात्र-केंद्रित पाठ्यक्रम, सह-पाठ्यक्रम,
➡️पाठ्येतर और विस्तार गतिविधियों का आयोजन करता है।
➡️कॉलेज सभाओं, एनएसएस गतिविधियों, कॉलेज पत्रिका योगदान आदि में छात्रों का बड़ा योगदान।
➡️कॉलेज पुस्तकालय में पुस्तकों की अच्छी संख्या है।
➡️यूजी लिए पूरी तरह से योग्य संकाय
विभाग का विजन और मिशन
छात्र/छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए विभाग के द्वारा समय समय पर अनेक प्रकार की गोष्ठियों, कार्यशालाओं के साथ रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे वाद विवाद प्रतियोगिता, आशु भाषण प्रतियोगिता, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता ,नाटक प्रतियोगिता, काव्य पाठ एवं लेखन प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य छात्र/छात्राओं की रचनात्मकता को उभारने के साथ-साथ देश दुनिया के प्रतिष्ठित विद्वानों/ हस्तियों के विचारों से अवगत करवाना और उन बौद्धिक परिस्थितियों का निर्माण करना है, जिससे आगे चलकर एक भूमंडलीय भारत को दिशा मिल सके। हिंदी विभाग वर्ष भर अनेक प्रकार के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। जिससे छात्र/छात्राएं लाभान्वित होते हैं।
विभाग की भविष्य की योजनाएँ:
➡️अधिक कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू करने पर ध्यान केंद्रित करना
➡️विभागीय पुस्तकालय शुरू करना तथा कई संसाधनों तक ई-पहुंच बढ़ाना
➡️राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों/एजेंसियों के साथ जुड़ना/जुड़ना
➡️संस्थागत और सामाजिक जिम्मेदारियों में छात्रों की भागीदारी बढ़ाना
➡️छात्रों को सक्षम बनाना, उनकी प्लेसमेंट योग्यता को मजबूत करना।
➡️ जनजातीय और ग्रामीण छात्रों को अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहायता करना।
विभागाध्यक्ष : डॉ. अर्चना वर्मा
छात्र संवर्धन कार्यक्रम / गतिविधियाँ
➡️कक्षा सेमिनार, समूह चर्चा, भाषण प्रस्तुति
➡️पाठ्यक्रमों के लिए अतिथि व्याख्याता
➡️पेपर पढना
➡️भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं
➡️निबंध लेखन
➡️पोस्टर तैयारी और प्रस्तुति
➡️प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
➡️शैक्षिक भ्रमण- एक दिवसीय
➡️पाठ्यक्रम से संबंधित फिल्में और नाटक देखना
➡️स्वागत एवं विदाई समारोह
➡️सांस्कृतिक कार्यक्रम- शिक्षक दिवस
➡️शैक्षणिक उत्कृष्टता और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों के लिए विभाग के संकाय सदस्यों से पुरस्कार।
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